आपको बता दे कि, रविवार शाम को एक कुत्ता नवजात शिशु के शव को मुंह में दबाकर अस्पताल में ले आया था। ऑक्सीजन प्लांट के पास लोगों ने कुत्ते से मृत नवजात को छुड़ाया और पुलिस को सूचना दी। अस्पताल की अधीक्षक डॉ. आशा वर्मा ने बताया कि मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। इसमें दो वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ व एक नर्सिंग अधीक्षक है। कमेटी ने प्रत्यक्षदर्शियों के बयान लिए हैं।
दो माह में दूसरा विवाद
इसी साल 1 सितंबर को सांगानेरी गेट महिला चिकित्सालय में रेशमा और निशा को सिजेरियन डिलीवरी हुई थी। इसमें अस्पताल के कर्मचारियों की गलती से बेटा और बेटी की अदला बदली हो गई थी। अस्पताल प्रशासन का दावा था कि गलती से रेशमा की बेटी निशा को दे दी गई और निशा का बेटा रेशमा को दे दिया गया।
सांगानेरी गेट महिला चिकित्सालय में बच्चा अदला बदली का मामला 10 दिन बाद डीएनए जांच से सुलझा था। अस्पताल के स्टाफ की गफलत से मां से दूर हुए दो नवजातों को जन्म के दस दिन के इंतजार के बाद उनकी असली मां मिली थी।डीएनए रिपोर्ट के बाद अस्पताल प्रशासन ने बच्चों की मां तय की थी।