scriptगौवंश को गर्मी और लू से बचाएगी राजस्थान सरकार, गोपालन विभाग की एडवाइजरी जारी, जानें क्या दिए निर्देश | Rajasthan Government Initiative to Protect Cows from Heat sunstroke in Cowsheds Rajasthan Gopalan Department Advisory issued | Patrika News
जयपुर

गौवंश को गर्मी और लू से बचाएगी राजस्थान सरकार, गोपालन विभाग की एडवाइजरी जारी, जानें क्या दिए निर्देश

Rajasthan Gopalan Department Advisory issued : राजस्थान में मौसम में बड़ी तब्दीली आई। जिस वजह से गर्मी बढ़ गई है। इसको देखते हुए गौशालाओं में गौवंश को गर्मी-लू से बचाने के लिए गोपालन विभाग अलर्ट हो गया। उसने एक एडवाइजरी तुरंत जारी की। साथ ही विशेष रूप से स्वच्छ जल और पर्याप्त मात्रा में चारे की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।

जयपुरApr 27, 2024 / 03:41 pm

Sanjay Kumar Srivastava

Rajasthan Gopalan Department Advisory issued

गौशालाओं में गौवंश को गर्मी-लू से बचाने के लिए गोपालन विभाग अलर्ट

गोपालन विभाग ने गर्मी तथा लू के प्रकोप से गौशालाओं में संधारित गौवंश को बचाने के लिए विभाग की ओर से विस्तृत एडवाइजरी जारी की गई है। जिसमें विशेष रूप से पशुओं के लिए स्वच्छ जल की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि प्रदेश में संचालित गौशालाओं में संधारित गौवंश के संरक्षण के लिए राज्य सरकार से विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं और इनके संचालन के लिए इन्हें अनुदान भी दिया जाता है। इन गौशालाओं का संचालन स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा दानदाताओं, भामाशाहों और जनसहयोग के माध्यम से किया जाता है। गौशालाओं के उचित रख रखाव और गौवंशों की देखभाल के लिए गोपालन विभाग समय-समय पर एडवाइजरी जारी करता है। गोपालन विभाग की निदेशक डॉ. शालिनी शर्मा ने बताया कि बदलते हुए मौसम में हर बार गौशालाओं को इस तरह के दिशा निर्देश जारी किए जाते हैं।

गौशालाओं को जारी किए गए निर्देश

गोपालन विभाग की निदेशक डॉ. शालिनी शर्मा ने आगे कहा कि अभी गर्मी के मौसम में बढ़ते हुए तापमान और संभावित लू के प्रकोप से गौवंश को बचाने के लिए मूलभूत आवश्यकताओं की जरूरत है। जिसमें गौवंश के लिए पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी, चारा, भूसा एवं अन्य पशु आहार, गौवंश को ताप एवं लू से बचाने के लिए छाया आदि की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश गौशालाओं को जारी किए गए हैं।

शव का निस्तारण सम्मानजनक तरीके से जरूरी

डॉ. शालिनी शर्मा ने कहा साथ ही उन्हें बीमार, अशक्त एवं गर्भवती गौवंश की उचित देखभाल व आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सकीय उपचार की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं। मृत गौवंश के शव का निस्तारण यथाशीघ्र सुरक्षित एवं सम्मानजनक तरीके से किया जाना अत्यंत आवश्यक है। जिससे गर्मी के कारण बीमारी का खतरा न हो इसके लिए भी गौशालाओं को लिखा गया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो