जिम्मेदार महकमे खनिज विभाग और पुलिस एक माह से लोकसभा चुनाव में व्यस्तता का बहाना बना कार्रवाई नहीं कर रहे थे। इसके चलते माफिया ने चांदी कूटी। दिलचस्प है कि चुनाव कारण हाईवे पर चैक पोस्ट लगाई थी। यहां पुलिस- प्रशासनिक अधिकारियों की डयूटी थी। नाकाबंदी के बावजूद अवैध बजरी दोहन नहीं रुका।
भीलवाड़ा-चित्तौड़गढ़ राजमार्ग पर मण्डपिया, कान्याखेड़ी, मंगरोप, फागणों का खेड़ा, स्वरूपगंज, गेंदलिया, जीत्याखेड़ी समेत कई गांवों से बनास नदी गुजर रही है। पत्रिका टीम ने इन गांवों का रविवार को दौरा किया तो बजरी माफिया में डर नजर नहीं आया। यहां जेसीबी और बड़ी मशीनों से बजरी दोहन किया जा रहा था।
इनके साथ माफिया की नकाबपोश टीम थी। यह आगे चलकर पुलिस व खनिज अधिकारियों पर निगरानी रख रही थी। भीलवाड़ा में दिनभर बजरी से भरी ट्रॉलियां निकलती रहीं। इनकी ट्रैकिंग नकाबपोश कर रहे थे। वहीं, धौलपुर में भी तस्करी होती रही।