मनगढ़ंत कहानी बनाकर की लूट
एएसपी दीपक कुमार ने बताया कि गत 1 मई रात को नेशनल हाइवे पर लूट की वारदात झूठी निकली। परिवादी टेंपो चालक हाथीखेड़ा निवासी अर्जुनसिंह रावत ने महिला मित्र वैशालीनगर स्थित होटल के पास रहने वाली शारदा देवी के साथ मिलकर मनगढ़ंत कहानी बना लूट का षड़यंत्र रचा। पुलिस ने प्रकरण में टेंपो चालक अर्जुन सिंह से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर शारदा देवी को पकड़कर उससे 9 लाख 71 हजार 900 रुपए बरामद कर लिए। पुलिस ने लूट के प्रकरण को अमानत में यानत में तब्दील कर आरोपियों को गिरतार कर लिया।
सख्ती से टूटा अर्जुन
उन्होंने बताया कि पड़ताल में अर्जुन सिंह की भूमिका संदिग्ध नजर आई। उसे हिरासत में लेकर सख्ती पड़ताल की तो रकम गबन करना कबूल किया। उसने बताया कि 6 माह पहले बेटी की शादी की। वाहन लोन की किश्त के कर्जे में डूबने की बात कही।
घूघरा में खरीदी मिर्ची
षड़यंत्र के मुताबिक शारदा नाबालिग रिश्तेदार के साथ बाइक पर अजमेर से घूघरा पहुंची। यहां उसने एक दुकान से मिर्च पाउडर खरीदा। फिर अर्जुन से बातकर गगवाना पुलिया पर पहुंच रुपए की थैली लेकर पास में रख ली। अर्जुन ने मिर्च पाउडर टेंपो में बिखेर दिया। टेंपो के शीशे लोहे की रोड से फोड़ दिए। इसके बाद लूट की कहानी बयान कर दी।
कहानी निकली टोटल फिल्मी
हाथीखेड़ा निवासी टेपो चालक अर्जुन सिंह ने रिपोर्ट दी कि वह 30 अप्रेल दोपहर साढ़े 3 बजे फॉयसागर रोड अरिहन्त स्टील गोदाम से किशनगढ़ किशन गोपाल-गोविंदराम के गोदाम में सरिया लेकर गया। माल उतारने पर फर्म मालिक सर्वेश्वर अग्रवाल ने 9 लाख 71 हजार 900 रुपए अरिहंत जैन को देने के लिए दिए। वह शाम साढ़े 6 बजे किशनगढ़ से रवाना हो गया। रात साढ़े 7 बजे एनएच 48 गगवाना पुलिया से थोड़ा आगे पहुंचने पर पीछे सफेद रंग की वैन आई। वैन सवार ने उसे रोका। उसने फाइनेन्स कपनी वाले समझकर टेंपो रोक लिया।