scriptकलेक्टर साहब ने एक नहीं सुनीं! अब खेत बचाने गांव वालों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान | Collector sahab did not listen to her at all…! Now the villagers have announced election boycott to save their farm | Patrika News
बलोदा बाज़ार

कलेक्टर साहब ने एक नहीं सुनीं! अब खेत बचाने गांव वालों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान

CG Lok Sabha Election 2024: शहर से 12 किमी दूर खजुरी गांव में अवैध फैक्ट्री खुलने से लोग अपनी 3 हजार एकड़ की खेती को बंजर होने से बचाने की गुहार लगाते थक गए।

बलोदा बाज़ारMay 02, 2024 / 08:23 am

चंदू निर्मलकर

CG News, chhattisgarh news, chhattisgarh hindi news, Latest cg news, Latest cg hindi news, CG Lok Sabha election, cg lok sabha chunav, raipur news, raipur hindi news, cg hindi news,
CG Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव के लिए जिले में 7 मई को मतदान होना है। यहां लोगों को एक-एक वोट कीमती होने का पाठ पढ़ाया जा रहा है। सही भी है। लेकिन, बात तब ठीक लगती जब प्रशासन इसे लेकर खुद भी गंभीर होता। सिर्फ अपनी बात लोगों को बताने की बजाय लोगों की भी सुनता। शहर से 12 किमी दूर खजुरी गांव में अवैध फैक्ट्री खुलने से लोग अपनी 3 हजार एकड़ की खेती को बंजर होने से बचाने की गुहार लगाते थक गए।

CG Lok Sabha Chunav 2024: नियम तोड़ा… न जनसुनवाई, न लैंड डायवर्सन, काम शुरू किया

गांव में फैक्ट्री खुलने का विरोध होने का सबसे बड़ा कारण तो यही है कि इसके लिए पंचायत से कोई अनुमति ही नहीं ली गई है। न ही लैंड डायवर्सन कराया गया है। खजुरी के अलावा ढाबाडीह, बोईरडीह, केसला गांव के किसानों की कृषि जमीनें भी प्लांट के आसपास ही हैं। ऐसे में फैक्ट्री के प्रदूषण से इलाके में कम से कम 2-3 हजार एकड़ खेत के बंजर होने की आशंका है। इसके अलावा नियम कहता है कि प्लांट के 2 किमी के दायरे में स्कूल नहीं होने चाहिए। यहां प्लांट के नजदीक ही हाई स्कूल है जहां सैकड़ों बच्चे पढ़ाई करते हैं। गांववाले सबसे ज्यादा इस बात से परेशान हैं कि लाख शिकायतों के बाद भी अफसर उनकी सुनने को तैयार नहीं हैं।
अफसरों ने एक न सुनी। मजबूरन लोगों ने चुनाव बहिष्कार कर दिया है। खजुरी गांव में एक कंपनी स्पंज आयरन प्लांट बनवा रही है। गांव के 90 फीसदी लोग प्लांट के विरोध में हैं। इसे लेकर कलेक्टर को कई बार पत्र भी लिखा। लेकिन, गांव की सबसे बड़ी समस्या पर कभी ध्यान ही नहीं दिया गया। इससे भड़के गांववालों ने चुनाव बहिष्कार का फैसला ले लिया है।

CG Lok Sabha Chunav 2024: जहर घोला… प्लांट की चिमनी खुली छोड़ने से बढ़ी बीमारियां

खजुरी में स्पंज आयरन प्लांट डालने वाली कंपनी का पहले से यहां एक पावर प्लांट भी है। गांववालों का कहना है कि चिमनी से निकलने वाले काले धुएं से उन्हें काफी परेशान होती है। खासतौर पर रात में जब चिमनी में धुएं को फिल्टर करने वाली मशीन बंद कर दी जाती है। इस वजह से गांव में सांस संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं। शिकायत करने पहुंचे लोगों ने अफसरों को 27 जनवरी 2024 की वह पंजी भी दिखाई जिसमें उन्होंने गांव में स्पंज आयरन फैक्ट्री खुलने के विरोध में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया था। इस दौरान विषय कुमार ध्रुव, कचरूराम ध्रुव, हरीशचंद्र कोसले, कांतिबाई, गिरजा, रामकुमार, कुंवरसिंह पटेल, रामलाल, तीजूराम पटेल, तिलबाई, कन्हैयालाल, संतोषी बाई, रेणु ध्रुव, प्रियंका ध्रुव, शिवकुमार, नंदलाल, अर्जुन, लक्ष्मीन, पनेश्वरी, धनेश्वरी पटेल, संतोष चंदेल, गनेशिया पटेल, जानू पटेल, कामदेव, आशा बाई, रामकली, श्वेता मारकण्डेय, प्रीति मारकण्डेय, कोमल गिरी आदि मौजूद रहे।

CG Lok Sabha Chunav 2024: जंगल न छोड़ा… बायोडाइवर्सिटी पर खतरा क्योंकि पास ही जंगल

इलाके में स्पंज आयरन प्लांट खुलने का विरोध होने का सबसे बड़ा गांव सोनबरसा जंगल भी है। इस जंगल में चीतल, जंगली सुअर, लकड़बग्घा, सियार समेत विभिन्न प्रजातियों के पशु-पक्षी रहते हैं। प्लांट से निकलने वाले जहरीले तत्व इन पशु-पक्षियों की सेहत पर भी बरा असर डालेंगे। इसके अलावा इलाके की बायोडाइवर्सिटी पूरी तरह खत्म होने का खतरा भी रहेगा। ऐसे में प्रकृति संरक्षण के लिहाज से भी खजुरी के गांव में स्पंज आयरन फैक्ट्री खुलने का विरोध किया जा रहा है। लोगों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, मंत्री व स्थानीय विधायक टंकराम वर्मा से गुहार लगाई है कि वे खुद इस मामले में कोई कार्रवाई करें। लोगों का कहना है कि अफसर न सहीं तो नेता ही सुन लें।

CG Lok Sabha Chunav 2024: आसपास खेत हैं तो पैदावार नष्ट होना तय

पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के रसायनविद् डॉ. शम्स परवेज ने कहा कि स्पंजय आयरन प्लांट के 2 किमी के दायरे में कोई स्कूल, अस्पताल या गांव नहीं होना चाहिए। यही नियम है। इन प्लांट्स से बड़ी मात्रा में ब्लैक डस्ट निकलती है। आसपास खेत हैं तो ये डस्ट फसल की पत्तियों पर इकट्ठा होगी। इससे प्रकाश संश्लेषण प्रभावित होगा। नतीजतन पैदावार भी कम होगी।

Home / Baloda Bazar / कलेक्टर साहब ने एक नहीं सुनीं! अब खेत बचाने गांव वालों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो