राज्यों की ड्रग लाइसेंसिंग अथॉरिटी की निष्क्रियता के लिए राज्य मानक औषधि नियंत्रण संगठन में भ्रष्ट तन्त्र और जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता है। जिसके कारण नकली दवाओं का कारोबार चलता है। झोलाछाप डॉक्टर नकली दवाओं से स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं। भ्रष्ट तन्त्र और रिश्वतखोरी की वजह से उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।
—प्रकाश भगत, कुचामन सिटी, नागौर
………………………………………
राज्यों की ड्रग लाइसेंसिंग अथॉरिटी की निष्क्रियता के लिए राज्य सरकारें जिम्मेदार हैं। ड्रग लाइसेंसिंग अथॉरिटी ड्रग्स और केमिकल्स की विनिर्माण, बिक्री, वितरण और उपयोग को नियंत्रित करती है। यह नियंत्रण स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।
—संजय माकोड़े बैतूल
………………………………………….
इसकी निष्क्रियता के लिए इन विभागों के अधिकारी ही जिम्मेदार हैं। जो भी व्यक्ति दवाओं का व्यवसाय करता है, उसके लिए लाइसेंस जरूरी है। लेकिन आज के समय में कमीशन के चक्कर में इन सबमें फर्जीवाड़ा और सक्रियता नजर नही आ रही है।लाइसेंस की जांच जरूर होनी चाहिए। फर्जीवाड़ा पाने पर कठोर सजा और जुर्माना होना चाहिए।
निर्मला देवी वशिष्ठ, राजगढ़ अलवर
……………………………………………..
इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। वह दस्तावेजों पर ध्यान नहीं देती। लोग रिश्वत देकर लाइसेंस प्राप्त कर लेते हैं। इसके लिए कड़े कानून बनने चाहिए जिससे ड्रग लाइसेंसिंग अथॉरिटी की निष्क्रियता को रोका जा सके।
मीना सनाढ्य, उदयपुर राजस्थान
…………………………………………………..
राज्यों में राज्य औषधि मानक नियंत्रण संगठन को अपने नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए। सरकार को भी इन आथोरिटी पर सख्त नियम व कानून लगे करने चाहिए। मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड नहीं होना चाहिए।
है जो राज्यों में सौंदर्य प्रसाधनों और दवाओं का कारोबार करता है उसे अपने नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए और सरकार को चाहिए कि इन अथारिटीस पर सख्त नियम लागू हों व कारवाई हो। क्यों कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।