- प्रोजेक्ट की प्रारंभिक लागत करीब 20 हजार करोड़ रुपए आंकी गई है। डीपीआर बनने के बाद वास्तविक लागत का पता चलेगा
- प्रोजेक्ट के परा होने में दो से ढाई साल का समय लगेगा
- राजस्थान के चूरू, सीकर, झुंझुनूं जिले को हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज (ताजेवाला हैड) से 1917 क्यूसेक पानी मिलेगा।
- ताजेवाला हैड पर बनने वाले पप हाउस से चूरू के हासियावास गांव तक सीधे 263 किलोमीटर पाइप लाइन बिछेगी। इसके लिए 342 हेक्टेयर जमीन पूरी तरह अवाप्त करनी होगी और 631 हेक्टेयर जमीन में से आंशिक अवाप्ति की जाएगी।
डीपीआर बनाने पर समझौते के महज दस दिन बाद खट्टर ने हरियाणा विधानसभा में कहा था कि पहले हरियाणा की पानी की जरूरत 18,000 क्यूसेक थी, जो मौजूदा वक्त में बढ़ कर 24,000 क्यूसेक हो गई है। इस जरूरत को पूरा करने के बाद यदि बरसात के 15 से 20 दिन में हरियाणा में अतिरिक्त पानी आता है तो ही राजस्थान को अतिरिक्त पानी दिया जाएगा।
भुवन भास्कर, मुय अभियंता, जल संसाधन विभाग